IIT क्या है और कैसे करें – IIT Full Form in Hindi-
अप्रैल 2013 से ही आईआईटी प्रवेश परीक्षा दो हिस्सों में आयोजित की जाने लगी है। एक है मेन और दूसरा एडवांस। आईआईटी के लिए आवेदन करने वाले बच्चे पहले मेन के लिए आवेदन देते हैं और इसमें सफल होने वाले आगे जेईई एडवांस परीक्षा में शामिल होते हैं। जेईई मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों में से केवल शीर्ष 2,20,000 ही एडवांस परीक्षा में बैठने की पात्रता रखते हैं। यह परीक्षा मुख्य परीक्षा के कुछ सप्ताह बाद होती है। जेईई एडवांस के जरिये आईआईटी में दाखिले के लिए किसी छात्र को अपने कक्षा 12 बोर्ड में भी शीर्ष 20 फीसदी में शामिल होना जरूरी है। वर्ष 2012 तक कक्षा 12 में 60 फीसदी अंक हासिल करने वाला बच्चा आईआईटी में दाखिले का पात्र होता था। देश में कुल 32 बोर्ड हैं और उनका परीक्षा तथा मूल्यांकन का तरीका भी अलग-अलग है। वर्ष २०१७ तक जेईई मेन की देखरेख के लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन जिम्मेदार था। मगर हाल ही में केंद्र सरकार ने यह ज़िम्मेदारी नव-निर्मित नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सौपी दी है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के गठन के साथ ही जेईई मुख्य प्रति वर्ष दो बार आयोजित होने का प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है। जेईई एडवांस का प्रबंधन फिलहाल आईआईटी के हाथ में ही रहने की आशंका जताई जा रही है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों में दाखिला जेईई मुख्य परीक्षा को आधार मानकर किया जाता है। इतना ही नहीं डीम्ड विश्वविद्यालय भी एक दायरा तय करके जेईई मुख्य परीक्षा के परिणाम का इस्तेमाल अपने यहां दाखिला देने के लिए कर सकते हैं।
लगभग सभी स्टूडेंट्स और अभिभावकों ने आईआईटी का नाम सुना हुआ है लेकिन कईयों को आईआईटी के बारे में पूरी जानकारी नहीं है कि IIT क्या है और आईआईटी को कैसे करते है? इस आर्टिकल के माध्यम से आप आईआईटी की फुल फॉर्म और इससे रिलेटेड complete information जान जायेंगे।
आईआईटी वो जगह होती है जहाँ दसवीं पास करने के बाद साइंस स्ट्रीम से पढ़ रहे 11th 12th के अधिकतर विद्यार्थी जाना चाहते है लेकिन उचित मार्गदर्शन और जानकारी के अभाव में कई स्टूडेंट्स को 12वीं कर लेने के बाद भी आईआईटी जैसे संस्थानों के बारे में जानकारी नहीं होती है।
इस पोस्ट के माध्यम से आप आईआईटी में जाने के लिए योग्यता और आईआईटी कॉलेज में प्रवेश कैसे पाया जाता है जैसे समस्त प्रश्नों का उत्तर पाएंगे।आईआईटी क्या है – What is IIT in Hindi-
IIT की फुल फॉर्म" Indian Institute of Technology" है। हिंदी में इसे ‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ कहते है।
IIT न सिर्फ भारत के बल्कि दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है। इन संस्थानों के माध्यम से देशभर के कई उच्च स्तरीय वैज्ञानिक, रिसर्चर, टेक्नोलॉजिस्ट और इंजीनियर निकलते है।
भारत का पहला आईआईटी संस्थान IIT, खड़गपुर था जिसे भारत सरकार ने 1951 में स्थापित किया था। आज भारत में कुल 23 IITs है जो देश के अलग-अलग राज्यों और हिस्सों में स्थित है। इन संस्थानों में लाखों विद्यार्थी स्टडी करते है।
जब इंजीनियरिंग करने की बात आती है तो आईआईटी का नाम सबसे पहले आता है क्योंकि यह भारत के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान है और इन संस्थानों से लाखों कुशल और काबिल इंजीनियर बनकर निकलते है जो गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियों में जॉब करते है।
सभी IIT इंस्टिट्यूट ऑटोनोमस संस्थान है यानि इनके सारे कोर्स और नियम कायदे खुद IIT संस्थान के द्वारा ही बनाये जाते है।
सामान्यत: आईआईटी में प्रवेश बाहरवीं कक्षा के बाद लिया जाता है। इन संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए दो entrance exams निकालने पड़ते है। इन exams को दुनिया के one of the toughest exam भी कहा जाता है।
IIT कैसे करें-
स्टूडेंट्स को आईआईटी colleges में admission पाने के लिए सबसे पहले jee main क्लियर करना होता है।
इसके बाद jee main क्लियर करने वाले top 2.5 lac स्टूडेंट आईआईटी में एडमिशन हेतु jee advanced परीक्षा देते है। इसे पास करने वाले टॉप एक लाख स्टूडेंट्स को आईआईटी में एडमिशन मिलता है।
आईआईटी कॉलेज में अलग-अलग कोर्स होते है जिन्हें ‘branches’ कहते है। जैसे सिविल इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग ब्रांच इत्यादि। जो स्टूडेंट उच्च रैंक प्राप्त करते है, उन्हें btech के लिए software इंजीनियरिंग जैसी उच्च मिलती है जबकि कम रैंक वाले स्टूडेंट्स को मैकेनिकल, सिविल जैसी ब्रांच में पढ़ना पड़ता है।
Jee mains क्या है-
JEE का फुल फॉर्म Joint Entrance Exam है।
JEE Mains नेशनल लेवल का एंट्रेंस एग्जाम है जो एनआईटी, आईआईआईटी और सीएफटीआई कॉलेजेस में अंडरग्रेजुएशन इंजीनियरिंग कोर्सेज बीटेक & बीई में प्रवेश लेने के लिए जरूरी है।
NTA (National Testing Agency) द्वारा 2021 से JEE Mains एग्जाम का साल में 4 बार आयोजन किया जाएगा। यह एग्जाम February, March, April और May माह में होंगे। यह computer based mode में होती है। JEE Mains 13 भाषाओं में आयोजित की जाती है जो English, Hindi, Assamese, Bengali, Gujarati, Kannada, Marathi, Malayalam, Odia, Punjabi, Tamil, Telugu एवं Urdu है।
ध्यान दें कि JEE Main Exam पास कर देने से आईआईटी में एडमिशन नहीं मिलता है क्योंकि आईआईटी में जाने के लिए JEE Main के बाद jee advance exam को क्लियर करना पड़ता है।
JEE Mains के दो पेपर होते है: एक बीटेक (B.tech) में एडमिशन के लिए और दूसरा B.Arch एडमिशन के लिए।
कुछ राज्यों में स्टेट इंजीनियरिंग कॉलेजेज में भी एडमिशन के लिए JEE Main एग्जाम का पास करना जरूरी है हालाँकि इसके लिए state authorities से कन्फर्म करें।
jee main की ऑफिसियल वेबसाइट jeemain.nta.nic.in है।
Jee advanced क्या है--
जेईई एडवांस्ड आईआईटी में एडमिशन पाने के लिए जेईई मैन्स के बाद होने वाला एग्जाम है।
इसे हर साल सात IITs जिनमें आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी गुवाहाटी और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बैंगलोर शामिल है, में से एक के द्वारा आयोजित कराया जाता है। यह परीक्षा Joint Admission Board (JAB) की निगरानी में संपन्न होती है।
jee advanced की ऑफिसियल वेबसाइट jeeadv.ac.in है।
IIT की तैयारी कब शुरू करें-
अगर आप वाकई में आईआईटी में एडमिशन लेना चाहते हैं यानि आईआईटी करना चाहते हैं तो इसकी तैयारी शुरू करने का सबसे सही समय 10वीं पास करने के बाद यानि 11वीं कक्षा में है।
लगभग सभी विद्यार्थी जो IIT में जाते है, IIT entrance exams की preparation दसवीं करने के बाद शुरू देते है। यह विद्यार्थी किसी कोचिंग इंस्टिट्यूट को ज्वाइन करते है और साथ में 11th, 12th करते है।
IIT करने के लिए योग्यता-
आईआईटी करने के लिए aspirants को विज्ञान वर्ग से बारहवीं पास होना जरूरी है।
ध्यान दें कि बाहरवीं में Physics & Mathematics का होना अनिवार्य है जबकि तीसरे सब्जेक्ट के रूप में केमिस्ट्री या बायोटेक्नोलॉजी जरूरी है। इसके साथ ही आईआईटी में जाने के लिए 12th में 75% का होना जरुरी है। SC, ST के लिए % में छूट का भी प्रावधान है।
Update- वर्तमान परिस्थितियों के चलते JEE-Advanced क्लियर करने वाले स्टूडेंट को सभी स्टूडेंट्स को आईआईटी में एडमिशन मिलेगा। 12th में minimum marks की कोई requirement नहीं है।
*IIT Exam Pattern*
इस परीक्षा को बहुत कठिन माना जाता है। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के प्रश्न पूछे जाते है।
आईआईटी का एग्जाम पैटर्न इस प्रकार है-
JEE Mains Exam Pattern | For B.Tech / B.E. | For B.Arch | For B.Planning |
---|---|---|---|
विषय | Physics, Chemistry & Maths | Maths, Aptitude Test & Drawing Test | Maths, Aptitude Test, & Planning |
प्रश्नों की संख्या | 75 (25 प्रश्न प्रत्येक विषय से) | 77 | 100 |
समय | 3 घंटे | 3 घंटे | 3 घंटे |
अधिकतम मार्क्स | 300 | 400 | 400 |
परीक्षा का मोड | कंप्यूटर | कंप्यूटर, पेन पेपर (drawing के लिए) | कंप्यूटर |
आईआईटी की फीस कितनी है-
Indian Institute of Technology (IIT) में जाने के इच्छुक अभ्यर्थियों की तरफ से आईआईटी फीस कितनी है, यह एक सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल होता है। प्रत्येक आईआईटी संस्थान द्वारा हर साल official website पर fee structure शेयर किया जाता है।
अगर सामान्यत: बात की जाए तो बीटेक के लिए आईआईटी की फीस लगभग हर साल 2 से 2.5 लाख होती है जो चार साल में 8 से 10 लाख होती है।
ध्यान दें कि SC, ST & PH students के लिए आईआईटी कॉलेज की फीस कम होती है। इनके लिए 4 सालों की total fees 2-4 लाख होती है।
IIT और NIT में अंतर-
IIT क्या है के बारे में आपने जान लिया है. अब थोड़ा एनआईटी के बारे में जानते है। NIT की फुल फॉर्म ‘नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी‘ है।
- आईआईटी में एडमिशन के लिए Jee mains & Advanced दोनों को क्रैक करना पड़ता है जबकि NIT में सिर्फ JEE Mains से जा सकते है।
- एजुकेशन और प्लेसमेंट लेवल में दोनों को बराबर माना जा सकता है लेकिन IIT को better consider किया जाता है।
- सरकार द्वारा आईआईटी को ज्यादा फण्ड दिया जाता है जिस कारण से research papers & projects IITs द्वारा पब्लिश किये जाते है जबकि NIT में कम।
Overall कहा जाए तो IITs, NITs की तुलना में बेहतर है।
IIT Jam क्या है-
IIT Jam की फुल फॉर्म Indian Institute of Technology – Joint Admission Test for MSc है।
इस परीक्षा में भाग लेने के लिए स्टूडेंट्स के पास बैचलर डिग्री (ग्रेजुएशन) का होना जरूरी है। इसके माध्यम से बीएससी जैसे कोर्स किये हुए स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास एजुकेशन के लिए आईआईटी संस्थानों में एडमिशन मिलता |
*भारत में कितने आईआईटी कॉलेज है*
भारत में कुल 23 आईआईटी कॉलेज है। ये निम्न है-
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, खड़गपुर|
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, दिल्ली|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, कानपुर|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मद्रास|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रुड़की|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, गुवाहाटी|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, गांधीनगर|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, जोधपुर|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, पटना|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, हैदराबाद|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, इंदौर|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, वाराणसी|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, तिरुपति|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, धनबाद|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रोपड़|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, भिलाई|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, गोवा|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मंडी|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, जम्मू|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, पलक्कड़|
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, धारवाड़।
आईआईटी करने के फायदे-
- यह देश के सबसे बड़े संस्थान है तो इनमें high quality की education मिलती है यानि इंजीनियरिंग करने या अन्य किसी कोर्स के लिए best resources है।
- इन संस्थानों में best professors पढ़ाते है जो अपने क्षेत्र के जाने माने नाम होते है|
- IITs में देश के सबसे brilliant minds होते है।
- IITs में पढ़ने वाले छात्रों को financial help के रूप में scholarships भी मिलती है|
- Internships के लिए दुनिया की जानी मानी यूनिवर्सिटीज में जाने का मौका मिलता है|
- पढाई के अलावा extra activities भी खूब होती है|
- इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह भी है कि आईआईटी में जाने के बाद लोग आपको जानने लगते है और आपकी इज्जत बढ़ जाती है।
*Frequently Asked Questions about IIT*
आईआईटी बाहरवीं करने के बाद की जाती है। जिस प्रकार कई स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन के लिए बीए या बीएससी करते है, ऐसे ही आईआईटी में एडमिशन होने पर बीटेक या बीई ग्रेजुएशन कोर्स (इंजीनियरिंग) होता है।
आईआईटी में इंजीनियरिंग की बैचलर डिग्री पाने के लिए चार साल का समय लगता है। अगर कोई बैचलर के साथ मास्टर कोर्स करता है यानि ड्यूल डिग्री करता है तो इसकी अवधि 5 साल होती है।
IIT में जाने के लिए जनरल और ओबीसी केटेगरी के स्टूडेंट्स के बाहरवीं में 75% का होना अनिवार्य है जबकि SC, ST, & PwD candidates के लिए 65% मिनिमम आवश्यक है।
jee mains परीक्षा साल में दो बार होती है और jee advanced परीक्षा साल में एक बार होती है। जेईई मैन्स एग्जाम हर साल जनवरी और अप्रैल में होता है और एडवांस्ड मई में।
IIT में जाने हेतु आयोजित होने वाली Jee Mains परीक्षा का आयोजन National Testing Agency (NTA) द्वारा किया जाता है जबकि Jee Advanced का आयोजन Joint Admission Board के तत्वाधान में भारत की टॉप सात आईआईटीज में से एक के द्वारा किया जाता है।
आईआईटी यानि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एक ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स है जबकि आईटीआई एक डिप्लोमा कोर्स है। आईटीआई को एक आठवीं या दसवीं पास व्यक्ति भी कर सकता है जबकि आईआईटी को नहीं।
आईआईटी की हिंदी में फुल फॉर्म ‘भारतीय प्रौनद्योगिकी संस्था‘ है।
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