- चना एवं सरसों बेचने के लिए पंजीकरण -
कोरोना वायरस के चलते इस वर्ष रबी फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी एवं पंजीयन में रुकावट आई थी जिसके चलते बहुत से किसान समर्थन मूल्य पर रबी फसल बेचने के लिए पंजीकरण नहीं करवा सके हैं | इस वर्ष अच्छे मानसून के चलते रबी फसलों का उत्पदान अधिक हुआ है ऐसे में किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके इसके लिए सरकारें अधिक से अधिक उपज खरीदने का प्रयास कर रहीं हैं | राजस्थान राज्य में लॉक डाउन के चलते फसलों का पंजीकरण रोक दिया गया था जो दोबारा 1 मई से शुरू किया गया परन्तु किसानों के पंजीयन का लक्ष्य पूर्ण होने पर कई जगह पंजीकरण प्रक्रिया बंद कर दी गई थी जो अब दोबारा शुरू की जा रही है | जिससे किसान इन केन्द्रों पर चना एवं सरसों समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं |
-किसान सरसों एवं चना हेतु 28 मई से पुनः पंजीयन करवा सकेंगे -
सहकारिता मंत्री श्री उदयलाल आँजना ने बताया कि सरसों के 71 एवं चना के 152 खरीद केन्द्रों पर पंजीयन क्षमता पूरी होने पर किसानों के हित में इन 223 केन्द्रों पर 10 प्रतिशत पंजीयन सीमा को बढ़ाया गया है। इन केन्द्रों पर किसान 28 मई से पुनः पंजीयन करवा सकेंगे। इस निर्णय से चना के लिए 15 हजार 293 तथा सरसों के 7 हजार 655 किसान खरीद प्रक्रिया से और जुड़ेंगे। जिन खरीद केन्द्रों की पंजीयन क्षमता पूरी हो गई थी। ऎसे 208 खरीद केन्द्रों पर भी 10 प्रतिशत पंजीयन सीमा को बढ़ाया गया था। इस प्रकार अब तक स्वीकृत 781 खरीद केन्द्रों में से 431 खरीद केन्द्रों पर पंजीयन सीमा को बढ़ाया गया है। राज्य में 26 मई तक 1 लाख 58 हजार किसानों से 1856.49 करोड़ रूपये मूल्य की 2 लाख 7 हजार 193 मीट्रिक टन सरसों एवं 1 लाख 92 हजार 750 मीट्रिक टन चने की खरीद कर ली गई है। यह भी पढ़ें 10,000 रुपये प्रति एकड़ सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों ने धरना दिया
5.74 लाख किसानों ने अब तक कराया पंजीयन-
सरसों एवं चना के लिए 5 लाख 74 हजार 342 किसानों ने अब तक पंजीयन करा लिया है। जिसमें 3 लाख 15 हजार 636 किसानों ने सरसों तथा 2 लाख 58 हजार 706 ने चना बेचने के लिए पंजीयन किया है। 2 लाख 28 हजार 160 किसानों को उपज बेचान की दिनांक आवंटित कर दी गई है तथा 1 लाख 58 हजार 135 किसानों से उपज क्रय कर ली गई है। सरसों एवं चना के 1.11 लाख किसानों को 1312 करोड़ रूपये का भुगतान 1 लाख 11 हजार 840 किसानों को 1 हजार 312 करोड़ रूपये का भुगतान उनके खातों में कर दिया गया है। जिसमें से 57 हजार 293 किसानों को 655.67 करोड़ रूपये तथा 54 हजार 547 किसानों को 656.33 करोड़ रूपये का भुगतान हुआ है। राजफैड द्वारा सरसों, चना एवं गेहूं की कुल 5 लाख 5 हजार 91 मीट्रिक टन खरीद की गई है। जिसकी राशि 2 हजार 58 करोड़ रूपये है। इस खरीद से अब तक 1 लाख 75 हजार 915 किसान लाभान्वित हो चुके है। जिसमें से 1 लाख 20 हजार 771 किसानों को 1409 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है। यह भी पढ़ें किसान अब 962 मंडियों में ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से बेच सकेगें अपनी उपज उल्लेखनीय है कि समर्थन मूल्य पर सरसों खरीद हेतु भारत सरकार द्वारा 10 लाख 46 हजार 500 मीट्रिक टन एवं चना खरीद हेतु 6 लाख 5 हजार 7 50 मीट्रिक टन लक्ष्य स्वीकृत किया गया था | कोटा संभाग में 16 अप्रेल से तथा अन्य संभागों में 1 मई से खरीद आरम्भ कर दी गई थी | देशव्यापी कोरोना कोविड 19 संक्रमण के कारण 22 मार्च से खरीद एवं पंजीकरण कार्य स्थगित कर दिया गया था। राज्य में 1 मई से पुनः पंजीयन प्रारंभ किये गए थे |
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