शुक्रवार, 5 जनवरी 2024

Bhavishya Malika के अनुसार 2022-2027 के बिच होगा महाविनाश????

 

Bhavishya Malika के अनुसार 2022-2027 के बिच होगा महाविनाश.......



Bhavishya Malika: वर्तमान में संत अच्युतानंदास महाराज की पुरानी उड़िया भाषा में लिखे गए ग्रंथ भविष्य मालिका की कुछ भविष्यवाणियां वायरल हो रही हैं। भविष्य मालिका को ओडिशा के महान संत अच्युतानंदास और पंचसखा ने लिखा है। ध्यान रहे, वैसे तो दुनिया में भविष्य बताने वाले कई ग्रंथ हैं, लेकिन उनकी तुलना में भविष्य मालिका सबसे सटीक है क्योंकि इसके सही होने का प्रमाण हमें लगातार दुनियाभर में घट रही घटनाओं से मिल रहा है। उन्होंने इन भविष्यवाणियों को ताड़ के पत्रों पर लिखा था। इस समय उनकी लिखी भविष्यवाणियां वायरल हो रही हैं। 

भविष्य मलिका क्या है ? | What Is Bhavishya Malika




आज से लगभग 500 साल पहले, यानी सोलहवीं सदी में उड़ीसा में पांच महान संत हुए थे, जिनके नाम हैं संत अच्युतानंद दास, संत अनंत दाससंत जसोबंता दास, संत जगन्नाथ दास और संत बलराम दास। इन समकालीन संतों को "पंचसखा" नाम से जाना जाता है। इन पांचों संतों ने उड़ीसा की वैष्णव परंपरा में आध्यात्मिक साहित्य और दर्शन शास्त्र को एक नया रूप दिया। 

इन्हीं संतों में से एक संत अच्युतानंद के पास भूत, वर्तमान और भविष्य तीनों को देख लेने की अद्भुत शक्ति थी। इन्हीं संतों ने भविष्य मालिका की रचना ताड़ के पत्रों पर की थी। भविष्य मालिका ग्रंथ में कई बड़ी भविष्यवाणियां हैं, लेकिन सबसे ज्यादा भविष्य के विषय पर 318 पुस्तकें संत अच्युतानंद दास ने लिखी हैं। 

भविष्य मलिका की भविष्यवाणिया 

भविष्य मालिका में कलयुग के अंतिम कालखंड और युग बदलने को लेकर अनेक सटीक भविष्यवाणियां की गई हैं, जो आज के समय से संबंधित हैं। सबसे पहले होगा कलयुग का अंत, महाविनाश, तीसरा विश्व युद्ध और कल्कि अवतार। भविष्य मालिका में कलयुग का अंत, महाविनाश, प्राकृतिक आपदा और विश्व युद्ध को लेकर कुछ लक्षण दिए है जिससे हमें मलिका के भविष्यवनियो का सत्यता और सटीकता का अंदाजा आजायेगा।

1. कलयुग के अंत के लक्षण

संत अच्युतानंद दास ने कलयुग के अंत के लक्षणों को भविष्य मलिका के भविष्यवाणियों में काफी विस्तार से लिखा है जैसे सामजिक अस्तिरता, धर्म का नाश, अधर्म का स्वीकार और भ्रष्टाचार.    
  • लोग ईश्वर को भूल जाएंगे और उनके खिलाफ बोलना शुरू कर देंगे संसार में धर्म को मानने वाले लोग बहुत कम रह जाएंगे।
  • समाज में बड़ो और अध्यापकों का सम्मान खत्म हो जाएगा धर्मगुरु और बाबा लोक लोगों को बेवकूफ बनाने का काम करेंगे फर्जी बाबाओं के हाथों लोगों को ठगे जाने की घटनाएं भी आम होती जायेंगी। 
  • लोग अपनी संस्कृति और सभ्यता को भूल जाएंगे पुराने ज्ञान को महत्व नहीं देंगे। 
  • लोग भ्रष्टाचार और अपराध के रास्ते धन कमाएंगे भ्रष्टाचार के मामले सामने आएंगे। 
  • अपराधी खुलेआम खतरनाक हथियार लेकर घूमेंगे और इसका इस्तेमाल भी करेंगे। 
  • स्त्री और पुरुष दोनों अनैतिक संबंध और व्यभिचार को अपनाने लगेंगे।
  • कलयुग के अंत से थोड़ा पहले खाने के सामान की कमी, बीमारियां, दुर्घटनाएं बढ़ जाएगी, जिसकी वजह से लोगों में असंतोष फैलेगा और कुछ जगह लोग सरकार के खिलाफ बगावत कर देंगे। 

2. महाविनाश के लक्षण

भविष्य मलिका के मुताबिक, जब किसान खेती के काम में रुचि लेना बंद कर देंगे और जंगली जानवर गांव और शहरों पर हमला शुरू कर देंगे, तब समझ लेना चाहिए कि वहां महाविनाश निकट है। ऐसे बहुत से लोग जानते होंगे कि जब भूकंप या कोई और बड़ी प्राकृतिक आपदा आने वाली होती है, तो उसका सबसे पहले जानवरों को आभास हो जाता है। 
  • किसान बारिश से निराश हो जाएंगे और खेती का काम करना छोडने लगेंगे।
  • सूरज अपनी परोपकार का छोड़ देगा और दुनिया भर में गर्मी बढ़ जाएगी।
  • साइक्लोन की हवाएं बर्बादी फैलायगी और लोग तेज हवाओं की आवाज से ही डर जाएंगे।
  • जंगली जानवर और सांप जंगल छोड़कर गांवों और शहरों में घरों पर हमला करेंगे।
  • भगवान जगन्नाथ का अपमान होगा तथा मदिर का झंडा कई बार गिरेगा।
  • जगन्नाथ पुरी मंदिर का बड़ा पत्थर गिरेगा मंदिर का झंडा भी कई बार गिरेगा त्रिदेव के ऊपर जो कपड़ा है उसमें आग लग जाएगी मंदिर की परंपराओं में अव्यवस्था होगी।
  • उड़ीसा में पुरी के आखिरी राजा का नाम गजपति महाराज होंगे।
  • उड़ीसा में तूफान आएगा पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर कल्पवृक्ष यानी पवित्र बरगद का पेड़ टूट जाएगा इसके बाद दुनिया में लोगों के मरने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
  • भारत का आखिरी राजा यानि पंतप्रधान एक शक्तिशाली हिंदू शासक होगा।
नई नई बीमारियां फैलेगी और उनका डॉक्टर के पास भी कोई इलाज नहीं होगा महामारियो की वजह से लाखों की तादाद में लोग अपनी जान से हाथ धो बैठेंगे, लोग अंतिम संस्कार करते करते थक जाएंगे और कई शव तो घर में ही पड़े रह जाएंगे दुनिया भर के लोगों का दिमाग अशांत रहेगा दवाइयों से महामारी रोकने की बजाय और बढ़ जाएंगी। 

3. प्राकृतिक आपदा 2022 से 2027 बीच मचायेंगी तबाही 





दुनिया में अनेको भागो में प्राकृतिक आपदा तबाही मचाते दिखाई देंगी। कई देशो में बड़े बड़े भुकंप आएंगे तो कही जानलेवा बहाड़। कही बहुत ज्यादा बारिश होंगी तो कही भयंकर सुखा गिरेगा जिससे लोग पानि के लिए तरस जायेंगे। मोसम का चक्र पुरी तरह बदल जाएगा जिससे धरती पर बहुत ज्यादा गर्मी बड जाएगी।
  • साल 2022 से 2027 तक प्राकृतिक आपदाएं भारत समेत दुनियाभर के लोग झेलेंगे वह अप्रत्याशित और खतरनाक होगा। 
  • धरती का तापमान बढ़ जाएगा और गर्मी इतनी पड़ेगी कि कई लोगों की जान चली जाएगी 2023 दुनिया में आज तक का सबसे गर्म साल होगा। 
  • धरती के कई ग्लेशियर टूट जाएंगे, ध्रुवों पर जमी बर्फ तेजी से पिघलेगी। 
  • दुनियाभर में नदियों का पानी कम होने और जमीन के नीचे का पानी कम हो जाने से पीने के पानी की कमी होगी खेती का नुकसान होगा। 
  • धरती का मौसम चक्र बेहद खतरनाक तरीके से बदल जाएगा ऋतु चक्र का ज्ञान इंसानों के किसी काम नहीं आएगा। 
  • दुनिया के कई शहरों और गांवों में बाढ़ से बर्बादी होगी। 
  • जल प्रलय की वजह से जंगली जानवर गांवों और शहरों में घुस आएंगे इस वजह से कई लोगों की मृत्यु हो जाएगी। 
  • समुद्र के आगे बढ़ने से दुनियाभर में तटवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों की जान को खतरा बनेगा और कई तटीय इलाकों की जमीन समुद्र में विलीन हो जाएगी।  
  • साल 2023 में धरती पर कई बड़े भूकंप आएंगे जो त्रासदी का रूप ले लेंगे यह भूकंप जनवरी के महीने से ही आने शुरू हो जाएंगे और दिसंबर के महीने तक लगातार चलते रहेंगे । 
  • भूकंप की वजह से जानमाल का बड़ा नुकसान देखने को मिलेगा। 
  • दुनिया भर में कई चक्रवाती तूफान आएंगे यह तूफान पहले के किसी भी साल की तुलना में न केवल तेज होंगे बल्कि इनकी संख्या भी ज्यादा होगी। 
  • दुनिया के कई छोटे-बड़े जंगलों में आग लग जाएगी यह आग इतनी भीषण होगी कि पर्यावरण का संतुलन बिगड़ जाएगा दुनिया भर के जंगलों में हर साल भीषण आग लगने की घटनाएं आम होती जाएंगी। 

4. तीसरे विश्व युद्ध की शुरुवात 

जब धीरे-धीरे कर दुनिया में प्राकृतिक आपदाएं बड जाएँगी, तो दूसरी ओर शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करने पर हो जाएगी तीसरे विश्व युद्ध की शुरुवात। तीसरे विश्व युद्ध की नीव 2022 में ही रखी जाएगी और 2025 में भीषण युद्ध में तब्दील हो जाएगी। यह टकराव महाशक्तिशाली देशो के बिच होगा। यह विश्वयुद्ध 6 साल 6 महीने चलेगा। इससे दुनिया दो भागो में बट जाएगी। तिसरा विश्वायुद्ध इतना भयंकर कर होगा कि लोग आत्महत्या करणे पर विवंश होजायंगे। 

तिसरा विश्वयुद्ध दुसरे विश्वयुद्ध से अलग होगा इसमे धरतीपर पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से दक्षिण तक केवल युद्ध हि युद्ध शुरु हो जायेगा। भारत इस तीसरे विश्वयुद्ध मे आखीर के 13 महीने बाद शामिल होगा और भीषण युद्ध करेगा। 

भविष्य मलिका के अनुसार तिसरा विश्वयुद्ध आपसी जमिनी विवाद, वर्चव, धार्मिक कटरता, भुखमरी और आंतरिक गृहयुद्ध इस युद्ध का कारण होगा। इस युद्ध में परमाणु हत्यारों का इस्तेमाल होगा, इस वजह से धरती पर ज्यादातर लोगों की मौत होगी और कुछ ही लोग बच पाएँगे। इंसानियत केवल नाम रह जायेगा और हस्ती खेलती धरती भीषण आजतक कि त्रासदी देखेगी।

5. आसमान में दिखेंगे दो सूरज 

आसमान में दो सूरज जैसा आभास होगा। एक तो सूरज होगा और दूसरा कोई और आसमानी चमकती वस्तु होगी। यह चमकती वस्तु कोई छोटा उल्कापिंड या फिर धूमकेतु हो सकती है। भविष्य मलिका के मुताबिक यह धूमकेतु तब गिरेगा जब भारत में युद्ध चल रहा होगा। धरती पर उल्कापिंड एक भयावह घटना होगी, जब यह उल्कापिंड दिन के समय में हिंद महासागर बंगाल की खाड़ी में गिरेगा। इससे एक बड़ी सुनामी आएगी और सुनामी में ओड़िसा के 6 जिले जलमग्न हो जाएंगे। 

6. भगवन जगन्नाथ जायँगे छतिया बाटा  

सुनामी के कारण पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर की बाविस्वी सीडी तक पानी आ जाएगा। इस पानी में समुद्री मछलियां भी होंगी और ये लहरें श्री मंदिर के नील चक्र के ऊपर से निकल जाएँगी। इसलिए उड़ीसा में भगवान जगन्नाथ को उनके भक्तजन पूरी से जाजपुर जिले में कटक से 30 किलोमीटर दूर छतिया बाटा ले जाएँगे। 

7. चीन और 13 इस्लामिक देशो का भारत पर होंगा हमला





भविष्य मलिका में कहा गया है जब शनि मीन राशी में प्रवेश करेंगा, तो उसी समय दुनिया तीसरे विश्व युद्ध का महाविनाश देखेगी। 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक कभी मार्गी और कभी वक्री होकर शनि मीन राशि में रहेंगे, इसी समय में भारत विश्व युद्ध में शामिल हो जाएगा। इस युद्ध का मुख्य कारण होगा भारत को लुटनेकी साजिस। 

जब भारत धार्मिक अतरिक समस्या से जुज रहा होगा और तब भारत में मिलिट्री शासन लगा होगा तभी चीन और पाकिस्तान अपने देश की हालत सुधारने के लिए भारत पर हमले की योजना बनायेंगे। चीन हमेशा की तरह खतरनाक साजिश रचेगा और पाकिस्तान सहित अन्य 12 इस्लामिक देश को धार्मिक आधारपर भारत के विरोध में लाने में सफल हो जाएगा। 

भारत कुल 13 महीने महायुद्ध लड़ेगा, जब पाकिस्तान समेत 13 इस्लामिक देश और चीन भारत पर हमला करेंगे। शुरुवात में इन देशो को सफलता मिलेगी जिससे भारत का एक बहुत बड़ा हिस्सा दुश्मन के अधिकार में चला जाएगा। इस युद्ध के दरम्यान भारत के कई शहरोपर परमाणु हमले किए जाएगे, लेकिन भारत कुछ भीषण हमलेसे बच जाएगा यह एक गुप्त रहस्य है, इसलिए इसे मे और आप कोई नहीं जान सकता।  

लेकिन भारत की सेना सटीक रणनीति के तहत बहुत ही शीघ्र दुश्मन देशो पर शक्तिशाली विस्पोटक भयानक प्रति हल्ला करेगा। जिससे दुश्मन देशो में हाहाकर मच जाएगा और वह केवल एक दुसरेके भरोसे ही रह जाएगे और इस तरह अंततः भारत इस युद्ध को जीत लेगा। न केवल युद्ध जीत लेगा बल्कि अखंड भारत भी एक हकीकत बनेगा। 

चीन के कई तुकडे हो जायेंगे और बचे 12 इस्लामिक देश अपना अस्तित्व खो देंगे। वह भारत के आगे सरेडर कर देगे और बचा पाकिस्तान हर बार की तरह भारत के आगे माफ़ी मागेगा और भारत में शामिल होनेकी माग करेगा। इस तरह पाकिस्तान का नामो निशान मिट जाएगा और वह अखंड भारत का हिस्सा बनेगा। 

भारत पहले 5 साल 5 महीने तक तीसरे विश्वयुद्ध में शामिल नहीं होगा जब भारत पर हमला होगा तब अखरिके 13 महीने के बाद भारत को युद्ध में शामिल होना ही होंगा। यह युद्ध 13 महिने चलेगा और इसी समय भारत में मिलिट्री शासन लगेगा। 

8. भगवान कल्कि अवतार और युद्ध विराम 

भारत पर हुए हमले से लोग परेशान हो जाएँगे और दुश्मन सेना चारो वोर से भारत को और जगनाथ पुरी को घेर लेंगी। इसी समय भारत में गृहयुद्ध अपने चरन पर पहोच जाएगा और भारत में सैन्य शासन ( मार्शल लॉ ) लगेगा।

दुश्मन सेना राम मंदिर और बंगाल का काली मंदिर पर हमला करेंगे इस हमले मे राम मदिर को काफी नुकसान होंगा। भारत का आकाश बारूंदी धुवे से काला हो जायेगा। भारत कि राजधानी दिल्ली पर ताबतोड बारूंदी हल्ला किया जायेगा और इसलीए भारत को कर्नाटक को  नई राजधानी घोषित करणी पडेगी। 

चीनी सैनिक उत्तर पूर्व से और उसके सहयोगी सैनिक केरल, बंगाल और ओडिसा से भारत मे घुसेंगे। इस युद्ध में भारी रक्तपात होगा और कई लोग मारे जायएंगे। भारत में चारो वोर केवल विनाश हि विनाश दिखाई देणे लगेगा।

इसलीए लोग भगवान से इस हमले से बचने की गुहार लगाएँगे। तब एक नया मोड़ आएगा और भगवान विष्णु के दसवें अवतार भगवान कल्कि सभी के सामने आएँगे। 
दुश्मनों पर कल्कि भगवान कहर बनकर टूट पडेगे इससे दुश्मनों में खलबली मच जाएगी वे एक दुसरे के भरोसे ही रह जाएंगे। 

भारतीय सैनिक दुश्मनोके घर में घुसकर मारेगी। दुष्मन देशो को कुछ सोचने समजणे से पहिले हि इन देशो का अतित्व हि भारत मिटा देगा। इन देशो को अपनी गलती का ऐसास होगा और भारत के आगे सरेंडर कर देंगे लेकिन चीन और पाकिस्तान परमाणू बाँम्ब छोडनेकी गलती करेंगे पर कल्की भगवान की कृपा से यह परमाणू बॉम्ब ज्यादा हानी नही पोहच्या पायेंगे। लेकिन उत्तर भारत में इस हमलेसे काफी नुकसान होगा।

भारत भी कुछ ही समय में चीन और पाकिस्तान पर परमाणू बाँम्ब से हमला कर देगा। भारत का हमला इतना सटीक होगा कि चीन और पाकिस्तान घुटनोपर आजायेंगे और इस तरह भारत युद्ध विजयी हो जाएगा। भविष्य मलिका की भविष्यवाणी के अनुसार कल्कि अवतार जन्म हो चुका है और वह अभी भी किसी गुप्त स्थान पर है।


9. अखंड भारत और युग परिवर्तन

विश्व युद्ध के बाद सीमाए बदल जाने की वजह से दुनिया में कुल 111 देश ही होंगे और विश्व की आबादी केवल 60 (अनुमाणित आकडा) करोड़ रह जाएगी। बाकि बचे लोग सनातन धर्म का स्वीकार कर लेगे। भारत इन सभी देशों को नए युग में ले जाएगा और विश्व का नेतृत्व भी करेगा। अखंड भारत की शासन व्यवस्था अलग होगी और लोकतंत्र से भी उत्तम व्यवस्था कायम होगी और पुरे विश्व में केवल एक ही धर्म होंगा सनातन धर्म।  

10. भारत का आखिरी राजा एक हिंदू शासक होंगा 

मालिका के मुताबिक ओडिशा में पूरी के आखरी राजा गजपति महाराज होंगे और वही समयकाल भारत के आखिरी राजा यानि प्रधानमंत्री का भी होगा। यानी भारत के आखिरी पीएम को भी इसी समय काल में होना है। भारत का आखरी राजा एक शक्तिशाली हिंदू शासक, योगी पुरूष होंगा और उसकी कोई संतान नहीं होगी। 

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