गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

Addressing Modes in Hindi – एड्रेसिंग मोड क्या है? – 8085----

Addressing Modes in Hindi – एड्रेसिंग मोड क्या है? – 8085----



प्रत्येक instruction दो भागों में विभाजित होता है:- पहला भाग opcode और दूसरा भाग operand होता है. opcode ऑपरेशन के प्रकार के बारें में बताता है और operand डाटा होता है जिसमें ऑपरेशन perform होता है. वह विधि जिसके द्वारा operand, एक instruction में specify होता है उसे addressing mode कहते है.
दूसरे शब्दों में कहें तो, “instruction के द्वारा operate होने वाले data को specify करने की विधि ‘addressing mode’ कहलाती है|




****Types of addressing modes in Hindi****

8085 microprocessor में 5 प्रकार के addressing modes होते हैं:-
  1. Immediate addressing mode 

इस mode में, 8 या 16 bit data इंस्ट्रक्शन के अंदर ही specify रहता है. यदि data 8 bit का होता है तब instruction 2 bytes की होती है. यदि डाटा 16 bit का होता है तब instruction 3 बाइट का होता है.
उदाहरण:-
MVI B, 45H (data 45H को immediately, रजिस्टर B में move करना).
LXI H, 3050H (H-L pair को operand 3050H के साथ immediately load करना.)
JMP address (operand address पर immediately jump करना).
  1. Register addressing mode

इस mode में, data एक जिस्टर से दूसरे रजिस्टर पर copy होता है. इसमें registers ही data होता है. और ऑपरेशन को microprocessor के अन्य registers पर perform किया जाता ई.
उदाहरण:-MOV A, B ( register B के content को register A में copy करना).
MOV A, C (रजिस्टर C के content को रजिस्टर A में copy करना).
INR A (रजिस्टर A के content को एक से increment करना).
  1. Direct addressing mode

इस mode में, जिस data को operate करना होता है वह memory location के अंदर उपलब्ध रहता है. और इस memory location को हम सीधे ही data की तरह specify करते है.
दूसरे शब्दों में कहें तो, “ इसमें data को direct ही दिए गये address से register में copy कर लेते है.”
उदाहरण:-
LDB 5000K; (इसका मतलब है- 5000K एड्रेस में उपस्थित data को register B में copy करना).
  1. Register indirect addressing mode

इस एड्रेसिंग मोड में, operand के एड्रेस (जहाँ data स्थित होता है) को register pairs के द्वारा specify किया जाता है.
उदाहरण:-
MOV K, B: – (इसका मतलब है register के द्वारा point किये गये memory address से data, रजिस्टर K में transfer होता है.)
  1. Implied/Implicit addressing modes

इस एड्रेसिंग मोड में, इस mode में operand छुपा हुआ होता है. और operate किया जाने वाला data इंस्ट्रक्शन के अंदर ही होता है.
CMA, RAR और RAL आदि इसके examples हैं.


pin diagram of 8085 microprocessor in hindi

नीचे चित्र में 8085 microprocessor का pin diagram दिया गया है:-
pin diagram of 8085 microprocessor in hindi
इमेज
इस माइक्रोप्रोसेसर में 40 pins होती है.
X1 & X2
इन दोनों pins को crystal input pins भी कहते है. इनका प्रयोग internal clock generator की फ्रीक्वेंसी को set करने के लिए किया जाता है. यदि हमें किसी system को 3 MHZ पर operate करना है तो crystal के पास 6 MHZ की फ्रीक्वेंसी होनी चाहिए.

RESET IN & RESET OUT

RESET IN- इसका प्रयोग माइक्रोप्रोसेसर को reset करने के लिए किया जाता है. यह active low सिग्नल है. माइक्रोप्रोसेसर को reset करने का मतलब है:-
  • program counter (PC) और IR को reset करना
  • TRAP के अलावा सभी interrupts को disable करना.
  • RESET OUT पिन को high आउटपुट प्रदान करना.

SID & SOD  

SID:- इसका पूरा नाम serial input data है. इस pin में उपस्थित information को accumulator के 7वीं bit पर store किया जाता है. bit को store करने के लिए RIM (read interrupt mask) इंस्ट्रक्शन का प्रयोग किया जाता है. RIM यह check करता है कि interrupt जो है वह mask है या नही.
SOD:- इसका पूरा नाम serial output data है. इस pin में उपस्थित output को accumulator के 7वीं bit पर store किया जाता है. bit को स्टोर करने के लिए SIM (set interrupt mask) इंस्ट्रक्शन का प्रयोग किया जाता |

interrupt signals

इंटरप्ट signals निम्नलिखित 5 प्रकार के होते है:-
  1. TRAP
  2. RST 7.5
  3. RST 6.5
  4. R.ST 5.5
  5. INT R
TRAP:---.
  • इसकी priority सबसे अधिक होती है.
  • इसे disable नही किया आ सकता.
  • यह edge और level trigerred दोनों तरह का होता है.
  • TRAP सिग्नल को हमेशा low से high होना चाहिए और high पर कुछ समय के लिए बना रहना चाहिए.
  • इसका प्रयोग सामान्यतया power failure और emergency के लिए किया जाता है.
RST 7.5:-
  • यह एक maskable interrupt है.
  • इसकी दूसरी सबसे ज्यादा priority होती है.
  • यह केवल positive edge trigerred होता है.
R.ST 6.5:-
  • यह भी एक maskable interrupt है.
  • इसकी तीसरी सबसे ज्यादा priority होती है.
  • यह केवल level triggered होता है.
  • इसे EI instruction के द्वारा enable किया जा सकता है और DI के द्वारा disable किया जा सकता है.
RST 5.5:-
  • यह भी एक maskable interrupt है.
  • इसकी चौथी सबसे ज्यादा priority होती है.
  • यह केवल level triggered होता है.
  • यह interrupt, R.ST 6.5 की तरह समान होता है.
INTR:-
  • यह भी एक maskable interrupt है.
  • इसकी चौथी सबसे ज्यादा priority होती है.
  • यह केवल level triggered होता है.
  • यह एक general purpose interrupt है.
NTA:-
  • इसका पूरा नाम interrupt acknowledge है.
  • यह एक out going सिग्नल है. अर्थात जब INTR recieve हो जाता है तब यह सिग्नल microprocessor के द्वारा send किया जाता है.
  • यह active low सिग्नल है,

Address bus

  • address bus का प्रयोग memory को address भेजने के लिए किया जाता है.
  • इनका प्रयोग memory address के MSB (most significant bit) के लिए किया जाता है.
  • यह memory में एक से ज्यादा location को select करता है.
  • इसका size 16 bit का होता है.
  • ये pins A8-A15 तक होती है.

address/data bus

  • AD0-AD7 की pins, address/data bus होती है.
  • data bus, 8 बिट की होती है.
  • यह time multiplexed होती है.
ALE
  • इसका प्रयोग address latch को enable करने के लिए किया जाता है.
  • यह indicate करता है कि bus जो है वह address bus की तरह कार्य कर रही है या data bus की तरह.
  • यदि ALE = 1, तब bus, address bus की तरह कार्य करती है.
  • यदि ALE = 0, तब bus, data bus की तरह कार्य करती है.
S0 and S1
  • S0 और S1 को status pins कहते है.
  • यह 8085 में चलने वाले वर्तमान operation की जानकारी देते है.
I0/M
  • यह pin यह बताती है कि I/O या memory में से कौनसा operation परफॉर्म हो रहा है.
  • यदि I0/M = 1, तब I/O ऑपरेशन परफॉर्म हो रहा है.
  • यदि I0/M = 0, तब I/O memory ऑपरेशन परफॉर्म हो रहा है.
RD
  • RD का पूरा नाम read है.
  • यह एक active low सिग्नल है.
  • यह एक control signal है जिसका प्रयोग memory और input devices में read operation को पूरा करने के लिए किया जाता है.
WR
  • इसका पूरा नाम write है.
  • यह एक active low सिग्नल है.
  • यह एक control signal है जिसका प्रयोग memory और input devices में write ऑपरेशन को परफॉर्म करने के लिए किया जाता है.
READ
  • इस pin का प्रयोग धीमी peripheral devices को तेज microprocessor के साथ synchronize करने के लिए किया जाता है.
  • अगर peripheral devices धीमी होगी तो microprocessor को waiting state में रहना पड़ेगा.
HOLD--
  • यह request, DMA controller के द्वारा भेजी जाती है.
  • intel 8257, और intel 8237 दो DMA controllers है.

HLDA--

HLDA का पूरा नाम hold acknowledge है|

  • microprocessor इस pin का प्रयोग HOLD signal की receipt को acknowledge करने के लिए करती है.
  • जब HLDA, high होता है तब address bus, data bus, RD, WR, IO/M pins जो है वह tri-state में चली जाती है. इसका मतलब है कि वह external environment से cut off हो जाती है.
  • जब HOLD, low हो जाता है तो HLDA भी low हो जाता है. और microprocessor buses का control अपने पास ले लेती है.
Vss and Vcc:-
Vcc एक +5v pin है जबकि Vss एक ground pin है|




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